संदेश

मार्च 8, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

ऐंठन (आक्षेप) से उत्पन्न दर्द,cramps

चित्र
ऐंठन (आक्षेप) से उत्पन्न दर्द,cramps रोग परिचय- जब शरीर के किसी अंग में आक्षेप (ऐंठन) के साथ दर्द होता है तो वह उद्धेष्ट (Cramps) कहलाता है। यह दर्द प्रायः टांगों, हाथ-पैरों अथवा शरीर के दूसरे भागों के पु‌ट्ठों तथा अन्तड़ियों में सड़ाँध और अन्य दूषित पदार्थों के एकत्र हो जाने के फलस्वरूप होता है। हैजा में भी इस प्रकार के आक्षेप उत्पन्न हो जाते हैं। सर्दी लग जाने के कारण भी यह रोग हो जाया करता है। टाईप करने वालों अथवा दिन-रात लिखने वालों की कलाइयों में भी ऐंठन हुआ करती है।उपचार • लक्ष्मीविलास रस (रस योग सागर) 1 से 2 गोलियाँ मधु से दिन में 3 बार सेवन करना लाभप्रद है। रोग की तीव्रता तथा गम्भीर दशा में मृतसंजीवनी सुरा में यह औषधि खरल करके सेवन करें । • महावात विध्वंशन रस (रस चन्डांश) 1 से 2 गोलियाँ सिन्दुआर पत्र के स्वरस 10 मि.ली. और मधु के साथ दिन में 2 बार सुबह और शाम सेवन करना लाभप्रद है। • महायोगराज गुग्गुल (शारंगधर संहिता) 1 से 2 गोलियों तक मधु से चटाकर ऊपर से रास्नादि क्वाथ 15 से 30 मि.ली. दिन में 2 बार पिलायें । • दशमूल क्वाथ (शार्गधर संहिता) 15 से 30 मि.ली. अधवा आवश्यकत...