संदेश

फ़रवरी 20, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वंक्षण दद्रु -Tinea Crusis-daad ka ilaj

चित्र
वंक्षण दद्रु -Tinea Crusis-daad ka ilaj  यह भी एक प्रकार का दद्रु (दाद) रोग ही है। इसके लक्षण दाद के समान होते है, अतः दाद के अन्तर्गत पढ़ें । उपचार टिंचर आयोडीन को आक्रान्त त्वचा पर दिन में 2 बार लगायें । • चक्रमर्द (चकबड़) के बीजों को घिसकर आक्रान्त त्वचा पर दिन में 2 बार लगाना लाभकारी है। • गन्धक, तूतिया, सुहागा, फिटकरी सभी को सममात्रा में लेकर एक कटोरे में आग पर पिघला कर भली भाँति मिला लें। तदुपरान्त इसकी पिघली हुई दशा में ही बड़ी-बड़ी गोलियाँ बना लें। ठण्डी होकर ये गोलियां कठोर हो जायेंगी।फिर इन्हें सरसों के तैल में घिसकर लेप तैयार कर आक्रान्त त्वचा पर दिन में 2-3 बार लगाया करें। लाभप्रद योग है। तृतिया का कपड़छन चूर्ण 120 मि.ग्रा. माजूफल का कपड़छन चूर्ण 360 मि.ग्रा. और मोम तथा मधु (18-18 ग्राम तथा मि.ली.) को खरल में खूब घोटकर मरहम (लेप) बनालें। इसको चाहे किसी भी शरीर के स्थान पर दाद हों, वहाँ दिन में 2-3 बार लगाने से शर्तिया लाभ हो जाता है। • गन्धक, सुहागा, मुर्दासंग, नौशादर, माजूफल, मिर्च सफेद, खैर, अफीम और चीनियां गोंद प्रत्येक 12 ग्राम लेकर जल के साथ पीसकर गोलिय...

पदम-कन्टक, शैवालिका -Lichen planus

चित्र
पदम-कन्टक, शैवालिका -Lichen planus यह भी एक विशिष्ट प्रकार का चर्म रोग है जिसमें त्वचा पर चपटे उभारयुक्त या गुलाबी आभा वाले चकत्ते प्रथम कलाई, आगे की बाँह एवं घुटनों पर निकलते हैं और फिर उसके बाद समस्त बाहु, पैर, टखने, जाँघ और बगलों, नितम्बों एवं उदर के भाग पर भी चकत्ते निकल आते हैं।उपचार • एसिड कार्बोलिक (फेनाल) 4 मि.ली., कैम्फर 8 ग्राम, गिलेसरीन 16 मि.ली. तथा परिश्रुत (उबाला हुआ) जल 250 मि.ली. को एकत्र मिलाकर समस्त आक्रान्त त्वचा पर लगाकर मालिश करें। • बोरिक एसिड, जिंक आक्साइड और स्टार्च पाउडर (प्रत्येक 30-30 ग्राम को मिलाकर रखलें। स्नान के बाद शरीर को सूखे तौलिया से पोंछकर आकान्त अथवा समस्त शरीर पर लगाकर मालिश करें। • कार्बोलिक एसिड 1.5 मि.ग्रा. तथा जल 6 मि.ली. को भली-भाँति मिलालें इसे आक्रांत चर्म पर 2 मिनट तक लगाकर बाद में स्नान कर लें। • एसिड सैलीसिलिक 4 ग्राम और रैक्टीफाइड स्प्रिट 240 मि.ली. दोनों को भली प्रकार मिलाकर त्वचा पर 2 मिनट तक लगाकर रखें। तदुपरान्त 'मार्गो' या 'टेटमोसाल' अथवा 'नीको' साबुन से स्नान करें। • नीम के पत्तों को सुखाकर कपड़...