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जनवरी 13, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

गर्भाशय का फूल जाना,garbh ka foolna

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(गर्भाशय का फूल जाना,garbh ka foolna) रोग परिचय-इस रोग में गर्भाशय के अन्दर गैस (वायु, हवा) भर जात है अथवा गैस उत्पन्न हो जाती है, जिसके कारण गर्भाशय फूल जाता है। पेडू के स्थान पर उभार और तनाव प्रतीत होता है। इस उभार पर हाथ की थपकी मारने से ढोल जैसी आवाज आती है। रोगिणी के स्तनों में दर्द होता है। वायु के फिरने से पेडू, जाँघ के जोड़ और उदर में खिंचाव के साथ तीव्र वेदना होती है। सम्भोग के समय गर्भाशय से वायु निकलने की आवाज आती है। सामने की ओर झुकने पर तथा पाखाना के समय जोर लगाने पर अथवा खाँसने पर गर्भाशय से बायु निकला करती है। वायु की अधिकता के कारण मूत्र कम मात्रा में तथा बार-बार आया करता है। मल त्याग, कठिनाई और मरोड़ के साथ होता है। जब वायु से सारा पेट फूल जाता है, तब यह जलोदर के समान दिखलाई देने लगता है। याद रखें कि जलोदर रोग होने पर पहले पेट फूलता है जो धीरे-धीरे पेडू तक पहुँचता है और इस स्थिति के ठीक विपरीत गर्भाशय फूल जाने पर अफारा पहले पेडू से प्रारम्भ होकर पेट की ओर बढ़ता है। गर्भ होने पर पेट को ठोकने पर ठोस आवाज आती है और गर्भाशय के अफारा (फूल जाने में) ढोल जैसी आवाज...

गर्भाशय का उलट या फिसल जाना,bacha girna,garabh girna

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(गर्भाशय का उलट या फिसल जाना,bacha girna,garabh girna) रोग परिचय-यह रोग स्त्रियों को अति दुःखदायी होता है। यदि एकाएक गर्भाशय पलट या फिसल जाये तो अत्यधिक मात्रा में रक्तस्त्राव हो जाता है, जिसके फलस्वरूप रोगिणी के हाथ-पैर ठण्डे हो जाते हैं, शरीर का रंग पीला पड़ जाता है तथा बेहोशी हो जाती है। माथे पर ठण्डा पसीना आता है, पेडू से कोई बीज निकलती हुई महसूस होती है और कई बार तीव्र ऐंठन भी होती है। पेडू, गुदा, कमर, जाँघों और पिन्डलियों में तीव्र दर्द होता है। अक्सर रोगिणी को ज्वर भी हो जाता है। कभी-कभी मल-मूत्र रुक जाता है। यदि अंगुली प्रवेश करने पर गर्भाशय के मुख के खुले भाग से गर्भाशय फँसा हुआ हो तो यह समझ लेना चाहिए कि गर्भाशय पूर्णरूपेण उलट चुका है। यदि गर्भाशय की गर्दन बाहर आ जाए तो उसका छेद भी दिखलाई देता है। गर्भाशय बाहर आ जाने पर आंवल बाहर आ जाने का भी सन्देह हो सकता है। इसलिए यदि निकली हुई वस्तु छोटी प्रतीत हो और रक्त वाहिनियाँ दिखलायी दें तो पक्के तौर पर आंवल (कमल) ही समझें। यदि इसके विपरीत दशा हो तो उसको गर्भाशय समझें। गर्भाशय उलट जाने के मुख्यतः 4 प्रकार होते हैं। (अ) प...