digestive systyam
प ाचन सकती दुरुस्त करने के ऊपाये। प्रथम खण्ड अजीर्ण (digestive system) रोग परिचय- अजीर्ण रोग प्रायः: साथारण सा रोग समझा जाता है, किन्तु याद रखिये कि यंदि किसी रोगी को यह रोग अत्यन्त पुराना हो गया हो तो उसे शनैः शनै: (थीरे-थीरे)मृत्यु की ओर ढकेलने वाला भी साबित हो सकता हैं । उसमें कोईंदो ाय अथवा अतिशयोक्ति नहीं साधारण सी बोलचाल में अजीर्ण का सींधा सा अर्थ होता है- -पाचन किया अर्थात खाया पीया हज्य न होना । इसी रोग को न अतिनिमांच तथा मन्दागिन के नामॉं से भी जाना जाता है घरेल उपचार चिनक (चीता) के मूल का महीन चूर्ण क्रके सुरत रख लें। इसे . 4-4 रती की मात्रमें नित्य प्र...