संदेश

डिम्बाशय पर अस्थायी झिल्ली आ जाना(False membrane of ovary)bachedani ke mooh par jhili ka ana लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

डिम्बाशय पर अस्थायी झिल्ली आ जाना(False membrane of ovary)bachedani ke mooh par jhili ka ana

चित्र
(डिम्बाशय पर अस्थायी झिल्ली आ जाना(False membrane of ovary)bachedani ke mooh par jhili ka ana) रोग परिचय-खियों के इस रोग में डिम्बाशय के बाहरी स्थान पर एक कठोर झिल्ली उत्पन्न हो जाती है। इस रोग के उत्पन्न होने का मुख्य कारण डिम्बाशय का पुराना शोथ होता है। क्योकि डिम्बाशय से निकला गाढ़ा तरल झिल्ली का रूप धारण कर लेता है, तब उस झिल्ली के अन्दर पतला द्रव धीरे-धीरे एकत्रित होकर (Ovarian dropsy) (डिम्बाशय में पानी पड़ जाना) का रूप धारण कर लेता है। झिल्ली कठोर और मोटी होकर डिम्बाशय की (रचना पर हर समय दबाब डालती रहती है जिसके कारण वह धीरे-धीरे दबकर छोटी होती चली जाती है जिसको 'डिम्बाशय क्षय' कहते है । नोट-यदि दोनों डिम्बाशय इस रोग से बेकार हो जाये तो स्त्री के बांझ हो जाने के अतिरिक्त, उसको मासिक आना भी बिल्कुल बन्द हो जाता है। कई बार तो इस रोग से पीड़ित स्त्री के डिम्बाशय का आकार इतना अधिक छोटा हो जाता है कि वह मात्र छोटी सी गुठली के बराबर रह जाता है। रोग पुराना हो जाने पर इसके स्वीत्त्व गुण बिल्कुल घट जाते हैं। उपचार-पेडू पर (झिल्ली) को घुला देने वाले गरम तैलों की मालिश ...