सर्वांगशूल, समस्त शरीर में दर्द,body pain,sareer mein dard
सर्वांगशूल, समस्त शरीर में दर्द,body pain,sareer mein dard रोग परिचय-अधिक चलने-फिरने या अधिक जागते रहने अथवा ज्वर, मलेरिया, हरारत इत्यादि तथा फोड़ा, विद्रधि, जले-कटे घाव आदि के कारण पूरे (समस्त) शरीर में दर्द होने लग जाता है।সমান उपचार • शोभांजन का गोंद, श्वेत फिटकरी का फूला, सौंठ का चूर्ण, हरड़ का चूर्ण, आँवला चूर्ण, बहेड़ा चूर्ण, गोदन्ती हड़ताल भस्म, संग जराहत भस्म और अरारोट प्रत्येक 10 ग्राम लेकर इकट्ठा कर मिलाकर खरल में खूब घोटकर कपड़छन कर सुरक्षित रखलें। इसे 250 से 500 मि.ग्रा. अथवा 1 ग्राम तक हल्के गरम जब से सुबह-शाम हल्के नाश्ते के बाद खाने से समस्त शरीर का दर्द नष्ट हो जाता है। • पीली सरसों का तैल 100 ग्राम को इतना गरम करके कड़कड़ायें कि तैल के अन्दर का जलीयांश उड़ जाए। फिर इसमें 10 ग्राम कपूर, 5 ग्राम पिपरमेन्ट क्रिस्टल, 4 ग्राम अजवायन सत्व तथा लौंग का तैल 15 बूँद खूब मिलाकर हिला डुलाकर सुरक्षित रखलें। इस तेल में सम मात्रा में सरसों का तैल मिलाकर समस्त शरीर पर दिन में 1-2 बार मालिश करने से समस्त शरीर का दर्द (सर्वांग शूल) नष्ट हो जाता है।