संदेश

औषधि की प्रतिक्रिया से उत्पन्न चर्म रोग लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

औषधि की प्रतिक्रिया से उत्पन्न चर्म रोग,dawaiyon se hone wale chamdi rog,medicine side effect

चित्र
औषधि की प्रतिक्रिया से उत्पन्न चर्म रोग,dawaiyon se hone wale chamdi rog,medicine side effect रोग परिचय-बहुत-सी औषधियों के सेवन अथवा प्रयोग करने से चर्मरोग, चकत्ते, ददौड़े, खुजली और चर्म में जलन हो जाती है। त्वचा लाल और शोथ-युक्त हो जाती है। उपचार- सर्वप्रथम उस औषधि का सेवन अथवा प्रयोग तत्काल बन्द कर दें, जिस प्रतिक्रिया स्वरूप चर्म रोग हुआ हो। ऐलोपेथी के चिकित्सक 'एन्टी हिस्टामीन' योगों (एबिल, इन्सीडाल फोरिस्टाल, बेनाड्रिल का प्रयोग करते हैं। • प्रवालपिष्टी (आ. सार संग्रह) 100 से 200 मि.ग्राम तक मधु से सुबह-शाम चाटें । • गन्धक रसायन (सिद्ध योग संग्रह) आयु व सामर्थ्यानुसार 500 मि.ग्रा. से 1 ग्राम तक सुबह-शाम मधु से चाट कर ऊपर से महामंजिष्ठादि काढ़ा 15 मि.ली. समान जल मिलाकर पियें । • महामंजिष्ठारिष्ट (आयुर्वेद सार संग्रह) एवं खदिरारिष्ट (भैषज्य रत्नावली)प्रत्येक 15 मि.ली. लेकर दोनों को बराबर जल मिलाकर भोजनोपरान्त दिन में 2 बार सेवन करें । • निर्गुन्डी तैल (भै. रत्नावली) तथा नीम का तैल प्रत्येक समभाग एकत्र मिलाकर आक्रान्त त्वचा पर दिन में 2 बार लगायें