पीठ का दर्द, पृष्ठ शूल, पृष्ठ वेदना,back pain,peeth ka dard
पीठ का दर्द, पृष्ठ शूल, पृष्ठ वेदना,back pain,peeth ka dard
रोग परिचय - यह दर्द पीठ में ऊपर या नीचे रह-रहकर खूब तेज होता है। चलने-फिरने, झुकने, उठने, बैठने और सोने में रोगी को कष्ट होता है। पीठ अकड़ी हुई सी प्रतीत होती है।
उपचार
• शुभा भस्म 120 से 240 मि.ग्रा. मधु से दिन में 2-3 बार चटाना लाभकारी है।
• महावात विध्वंसन रस (रस चन्डांश) 120 से 240 मि.ग्रा. तक सुबह शाम निर्गुन्डी पत्र स्वरस और मधु के साथ सेवन करना लाभप्रद है।
• शूल वज्रिणी वटी (र. च.) 1 से 4 गोलियाँ तक बकरी के दूध या पानी से दिन में 3 बार सेवन करायें। लाभप्रद है।
• पीली सरसों के तैल को खूब गरम करके 100 मि.ली. लें । 5 ग्राम कपूर, पिपरमेन्ट फूल 2 ग्राम और अजवायन सत्व 2 ग्राम को भली-भाँति मिलाकर दर्द के स्थान पर दिन में 3-4 बार मालिश करके पीड़ित स्थान को रुई से बैंक दें।
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