लिंग को मोटा, लम्बा व कठोर बनाने के कुछ योग,penis treatment, ling mota karna

लिंग को मोटा, लम्बा व कठोर बनाने के कुछ योग,penis treatment, ling mota karna 


लिंग के दो कार्य होते हैं- 1. मूत्र बाहर निकालना, 2. सम्भोग क्रिया में उत्थित होकर वीर्य को एक चरम आनन्दमय अनुभूति के साथ स्वी की योनि की गहराईयों में उड़ेल देना। भित्र-भिन्न पुरुषों के शिश्न की लम्बाई, मोटाई उनके वंश परम्परानुसार कम व अधिक हो सकती है। प्राकृतिक रूप से भी प्रत्येक व्यक्ति का लिंग एक जैसा लम्बा व मोटा नहीं होता है। तने हुए (उत्थितवस्था में) लिंगकी औसत लम्बाई लगभग 6 इंच और लिंग का व्यास (घेरा) सवा चार इंच तक हो सकता है। जहाँ तक स्वी के यौनसुख (तृप्ति) का सवाल है वहाँ लगभग साढ़े चार इंच उत्थित अवस्था में लिंग वाला व्यक्ति भी स्वी को तृप्त कर सकता है क्योंकि कामोत्तेजना की अवस्था में रखी की योनि की लम्बाई 1 से 3 इंच तक बढ़ती है इससे पूर्व वह साढ़े तीन इंच लम्बाई रखती है। योनिमुख से योनि की लम्बाई का पहला तिहाई भाग ही संवेदनशील होता है। (यही चरम सुख की अनुभूति कराने वाला भाग कहा जाता है।) लिंग 33 वर्ष की आयु तक लम्बाई में बढ़ सकता है तथा मोटाई हर आयु में बढ़ायी जा सकती है।

जौक खुश्क पीसकर तिल के तैल में मिलाकर 7 दिन तक मालिश करने से लिंग कठोर एवं लम्बा हो जाता है।

केंचुए खुश्क को तिलों के तैल में जलाकर इस तैल की लिंग पर मालिश करने से 1 सप्ताह में ही लम्बाई एवं कठोरता बढ़ जाती है।

काली मिर्च 11 नग, लौंग 13 नग, भीमसैनी कपूर 1 ग्राम बारीक पीसकर लिंग पर मालिश करने से लिंग मोटा व लम्बा हो जाता है।

चमेली का बढ़िया शुद्ध तैल लिंग पर मालिश करने से कठोरता व लम्बाई में वृद्धि हो जाती है।

बकरी का घी या शेर की चर्बी की लिंग पर मालिश करने से भी लम्बाई बढ़कर कठोरता वृद्धि भी हो जाती है।

जंगली प्याज 10 ग्राम, अकरकरा 2 ग्राम, बारीक पीसकर रखलें। इसका 11 या 21 दिन लिंग पर लेप करने से लिंग कठोर हो जाता है।

जमीकन्द का रस, घी, कपूर, पीपल, शहद, सुहागा और धतूरे का रस सभी समभाग लें और घोटकर सुरक्षित रखलें। इसका प्रतिदिन 1 माह तक लेप करने से लिंग बहुत बड़ा हो जाता है।

शहद, सैंधा नमक, कबूतर की बीट आपस में मिलाकर पानी में पीसकर लिंग पर लेप करने से लिंग मोटा हो जाता है तथा स्तम्भन भी अधिक होता है।

चींटे बड़े 7 अदद, (कब्रिस्तान में अधिकता से पाए जाते हैं) लाकर 1-1 को मारकर तुरन्त शुद्ध चमेली के तैल में डालते जायें। तदुपरान्त तेल को शीशी में भरकर मजबूत कार्क लगाकर 1 दिन तथा रात (24 घंटे तक) बकरे की मैगनियों में दबा दें फिर शीशी को निकालकर मरे हुए चींटों को इतना रगड़ें कि वह तैल में ही घुल जाए। फिर इस तैल को हल्का गरम करके लिंग पर मलें(मालिश से पूर्व लिंग को खुरदरे कपड़े से रगड़ कर लाल कर लें) फिर तुरन्त ही यह तैल मले। 15-20 दिन के प्रयोग से ही लिंग लम्बा, मोटा और कठोर हो जाता है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

आँख आना, अभिष्यन्द,गुहोरी,आंख पे फुंसी

चर्म की खुश्की, चर्म का खुरदरा हो जाना,dry skin,chamdi ki khuski

सफेद दाग,शरीर पर सफ़ेद घबे(Leucoderma)