संभोग क्रिया में अत्यन्त आनंद देने वाले कुछ योग,sex mein anad bhadhane ke liye
इत्र मोतिया 3 माशा, इत्र नर्गिस 3 माशा, इत्र हिना मुश्की 6 माशा, अफीम ढाईं माशा, सुहागा 3 माशा, कपूर 2 माशा, माजू 6 माशा, सादा वैसलीन10 तोला सूखी औषधियों की मैदा की भाँति बारीक पीसकर अन्य सभी औषधियों को एक साथ घोंटकर सुरक्षित रखलें। आवश्यकता के समय 1 चने के बराबर लेकर लिंग पर मालिश करने के उपरान्त सम्भोग करें। आनन्द प्राप्त होगा ।
इत्र गुलाब, चोया, लौंग का तैल, जायफल का तैल सभी समभाग मिलाकर सुरक्षित रखलें। सम्भोग से पूर्व तिला की भांति प्रयोग करें। असीम आनन्द प्रदायक योग है।
सुहागा, चौकिया, इत्र गुलाब दोनों को समभाग मिलाकर सुरक्षित रखले। आवश्यकता के समय थोड़े से चूक में मिलाकर लिंग की सुपारी पर लगायें । तदुपरान्त सम्भोग करें अत्यधिक यौन आनन्द की प्राप्ति होगी ।
कपूर, सुहाग, चौकिया, बीरबहूटी पीसकर घी में जलायें तत्पश्चात् उतारकर खरल करें। ठण्डा हो जाने पर गुलाब को इत्र मिलाकर सुरक्षित रखलें। सम्भोग से पूर्व लिंग पर लगाने से अत्यन्त यौनसुख की प्राप्ति होती है।
आदमी के सिर के बालों की राख, चमेली के तैल में मिलाकर सम्भोग के समय लिंग पर मलने से स्वी को अत्यधिक आनन्द की अनुभूति होती है।
रखी के सिर के बाल (जो कंधी में टूटते हैं) को जलाकर शहद में मिलाकर लिंग पर मलने के उपरान्त जिस वी से सम्भोग किया जाएगा वह यौन-सुख से अत्यधिक आनन्दित हो जाएगी ।
थोड़ा-सा अकरकरा लेकर पीसलें। सम्भोग के समय थोड़ा सा यह चूर्ण चमेली के तैल में मिलाकर सुपारी बचाकर शेष लिंग पर मालिश के उपरान्त सम्भोग करने से स्वी पुरुष (दोनों को) अत्यधिक यौन आनन्द आयेगा ।
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