वीर्य को गाढ़ा बनाने वाले कुछ योग,sperm count increase
वीर्य को गाढ़ा बनाने वाले कुछ योग,sperm count increase
आम की गुठली की गिरी का बारीक चूर्ण करके 3 माशे की मात्रा में प्रतिदिन सेवन करते रहने से वीर्य गाढ़ा हो जाता है।
बहुफली का चूर्ण 3 माशे की मात्रा में प्रतिदिन सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करने से शीघ्रपतन, वीर्य प्रमेह, स्वप्नदोष आदि रोग नष्ट होकर वीर्य गाढ़ा हो जाता है।
जामुन की गुठली का चूर्ण 5 ग्राम प्रतिदिन दूध के साथ सेवन करने से वीर्यवृद्धि होती है तथा वीर्य गाढ़ा होता है।
इमली के बीजों की गिरी को कूट पीसकर चूर्ण बनाकर प्रतिदिन 3 ग्राम फॉककर ऊपर से गरम दूध ठण्डा करके पीने से वीर्य गाढ़ा हो जाता है।
बबूल की फलियों को छाया में सुखाकर बनाया गया चूर्ण समान मात्रा में मिश्री मिलाकर 5 ग्राम की मात्रा में दूध के साथ खाने से वीर्य गाढ़ा होगा।
बारीक पिसी हुई दालचीनी 4-4 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करने से वीर्य गाढ़ा हो जाता है।
कुछ गरम स्वभाव बाले युवकों का वीर्य बहुत पतला हो जाता है उनके हितार्थ हम एक अतीव गुणकारी योग लिख रहे हैं- एक मुट्ठी भर शीशम के हरे पत्ते रात को एक चीनी प्याले में डालकर पानी में भिगोकर रख दें। प्रातःकाल इन पत्तों को मलकर छानलें और चीनी मिलाकर पीवें। केवल 5-7 दिन के प्रयोग से ही लाभ हो जाता है।
विधारा की जड़, असगन्धागौरी एवं शतावर समान मात्रा में लेकर चूर्ण बनाकर सुरक्षित रखलें । सुबह-शाम 6-6 माशा की मात्रा में ताजा जल अथवा गाय के गुनगुने दुग्धं से सेवन करने पानी की तरह पतला वीर्य गाढ़ा हो जाता है तथा कमजोर शरीर मोटा-ताजा हो जाता है।
खसखस पिसी हुई 5 ग्राम तथा 5 ग्राम कौंच के बीजों की गिरी मिलाकरखाकर ऊपर से मिश्रीयुक्त गुनगुना दुग्धपान करने से वीर्य गाढ़ा हो जाता है तथा वीर्य वृद्धि भी हो जाती है।
गोखरू, सम्बल, मूसली, शताबर, तालमखाना के बीज तथा काँच के बीज सभी औषधियां समान मात्रा में लेकर तथा समस्त औषधियों के वजन के बराबर मिश्री मिलाकर बारीक चूर्ण कर सुरक्षित रखलें। इसे 1-1 तोला की मात्रा में प्रतिदिन सुबह-शाम निरन्तर 3-4 मास तक गाय के गुनगुने दूध के साथ सेवन करते रहने से वीर्य गाढ़ा होकर पुन्सत्व (मर्दाना शक्ति) बढ़ जाती है।
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