विरेचन (जुलाब) हेतु कुछ अन्य उपयोगी योग,constipation, kabaz ka ilaaj
• रूमीमस्तंगी 3 ग्राम, मिश्री 6 ग्राम दोनों को बारीक पीसकर (यह 1 मात्रा है) रात्रि में सोते समय गर्म पानी या गरम दूध से लें। लगातार 3-4 दिन तक सेवन से कोष्ठबद्धता (कब्ज) से सदा-सदा के लिए छुटकारा मिल जाता है।
• जुलाफा हरड़ 3 ग्राम, मिश्री 3 ग्राम दोनों को बारीक पीसकर फाँकने से तथा ऊपर से गरम जल पीने से कब्ज दूर हो जाती है। चाहें कितना ही सख्त मेदा हो, यह योग निष्फल नहीं होता है।
• स्वर्णक्षीरी (सत्यानासी) के 10 ग्राम बीज को हाथ में लेकर कई बार जोर-जोर से दबाने से टट्टी की हाजत होकर दस्त आ जाता है।
• सोये के बीजों को पानी में पीसकर गुदा पर लेप करने से तुरन्त दस्त आ जाता है। अनुभूत योग है।
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